Friday, December 9, 2016

ठण्ड का प्रकोप



## ठण्ड का प्रकोप



कोहरे की घनी छाँव से,
स्थिर हुआ जीवन।

शिशिर की अगुवायी से
सिहर रहा तन- मन।।  

ओस की बूंदों से,
नम हुआ मौसम।

शीत के आवेश से
निकल रहा है दम।।

ठण्ड की चपेट से,
घबराया चमन।

शर्दी की मार से,
मुरझाया उपवन।।

ठण्ड के प्रकोप से,
हो रही अड़चन।

खुले में बाहर जाने से ,
हो रही उलझन।।

प्रेयसी के साथ को,
हो रहा व्याकुल मन।

कपकपाती इक लहर
बुझा रही अगन।।

कम्बल- रजाई ओढ़ने को ,
चाह रहा बदन।

कानों को छूते हर झोके से ,
होती धीमी गुंजन।।

जाड़े से असहाय हाथ भी
कर रहे मर्दन।

यादों का शिथिल सिलसिला,
जैसे धुंधला हो दर्पन।।



- ज्योतिपुरुष


Tuesday, December 6, 2016

दीवाना हूँ

# दीवाना हूँ


मैं दीवाना हूँ, तुझे दीवानी बनाने आया हूँ।
मन्नते सारी तेरी, जहाँ से चुरा कर लाया हूँ।।
 
मैं तो सपना हूँ तुम्हारा,
चाहे मुझको तोड़ दो।
मैं तो अपना हूँ तुम्हारा,
चाहे मुझको छोड़ दो।।

मैं तेरे दिल में, अपना घर बसाने आया हूँ।
मैं दीवाना हूँ, तुझे दीवानी बनाने आया हूँ।।

मैं तो झोंका हूँ हवा का,
जाने कब उड़ जाऊँगा।
उड़ गया तो तेरे दिल को,
मैं बहुत तड़पाऊंगा।।

मैं तो हूँ दरिया का पानी,
जाने कब बह जाऊँगा। 
बह गया तो आँखों को तेरी ,
मैं बहुत तरसाऊंगा।।

मेरे मन मंदिर में तेरी, मूरत बसाने आया हूँ।
मैं दीवाना हूँ, तुझे दीवानी बनाने आया हूँ।। 

तुझसे मिलके लगा यूँ
सारी खुदाई मिल गई।
रब भी याद आता नहीं,
रब से रुसवाई मिल गई।।

खुद को भी मैं भूल बैठा,
जब से तेरा दीदार है। 
तुझको फिर से देखने की,
दिलकशी दरकार है।।

तेरा नाम आते ही,
मेरे मन में आती बहार है।
अपने रब को भूल बैठा,
क्या इसी का नाम प्यार है।।

आगाज़ भी तू ही है मेरा
तू ही मेरा अंजाम है। 
आस भी तू ही मेरी
तू ही मेरा विश्वास है।।

मेरी खुदाई का तुझे, खुदा बनाने आया हूँ। 
मैं दीवाना हूँ, तुझे दीवानी बनाने आया हूँ।। 


- ज्योतिपुरुष

प्यार की आवाज


# प्यार की आवाज

जब दिल दौलत से, तेरा भर जाए
अश्क़ो से आँख, तेरी तर जाए
आवाज दे के देख लेना
राह में- मैं खड़ा मिलूंगा

जब अपनों की बाँहों से, तुझे बेचैनी हो जाये
खुद अपना ही वजूद, तेरा बेमानी हो जाये
दिल से अपने पूछ लेना
किसी कोने में- मैं पड़ा मिलूंगा

जब हुस्न भी तेरा दामन छोड़ जाये
जमाना भी तुझसे नाता तोड़ जाये
महसूस कर के देख लेना
तेरे रिश्तों में- मैं जकड़ा मिलूंगा



- ज्योतिपुरुष